अनेक मासूम बच्चों की मुस्कान लौटा रहा है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
अनिल शाक्य
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम श्रीगंगानगर जिले के नासाज व जन्मजात बीमारियों से पीड़ित अनेक मासूम बच्चों की मुस्कान लौटा रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की आरबीएसके टीमें हर दिन आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच करती है, यहां बीमारी पकड़ में आने पर बच्चों को रैफर कर उपचार करवाया जाता है। ऐसे ही महज दो वर्षीय हृदय रोग से पीड़ित बच्चे चिरंजीवी को आरबीएसके और सत्य सांई संस्थान के जरिए राहत मिली है। ऑपरेशन के बाद बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है।
सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत श्रीगंगानगर खण्ड की आरबीएसके टीम-बी नियमित जांच के दौरान विगत 19 फरवरी को महियांवाली आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंची। यहां आशा सहयोगिनी ने टीम को गांव के संजीव कुमार के दो वर्षीय बच्चे चिरंजीवी के बीमार होने की जानकारी देते हुए उसे परिजनों सहित केंद्र पर बुलाया। बच्चे की जांच की तो सामने आया कि बच्चे के हृदय रोग से संबंधित समस्या है, इस संबंध में परिजनों ने भी जागरूकता दिखाते हुए विस्तार से जानकारी दी। इस पर बच्चे की स्थानीय स्तर पर आवश्यक जांच की गई। इसके बाद चिकित्सकों व परिजनों ने राय कर पलवल स्थिति सत्य सांई हृदय चिकित्सालय में बच्चे का ऑपरेशन करवायाए जहां उसका निःशुल्क सफल ऑपरेशन हुआ। इसके बाद डॉ. धर्मपाल खोवाल ने लगातार फॉलोअप किया और आज बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। सीएमएचओ डॉ. गुप्ता ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि परिजन व स्कूल प्रबंधन आरबीएसके टीमों का सहयोग करें और जन्मजात बीमारी से पीड़ित बच्चों की न केवल सूचना दें बल्कि टीम से उनका संपर्क भी करवाएं ताकि जांच कर ऐसे बच्चों का निशुल्क उपचार करवाया जा सके।